उतार चढ़ाव
उतार चढ़ाव
जिंदगी उतार-चढ़ाव भरा गीत है,
हर किसी का गीत सुनो मनमीत है।
कभी प्यार तो कभी तकरार का संगीत है।
जिंदगी उतार-चढ़ाव भरा गीत है।
ईश्वर का यह अनमोल उपहार,
धूप संग छांव जीवन का व्यवहार है।
जिंदगी उतार-चढ़ाव का संगीत है।
कभी मिलना कभी बिछड़ना,
यह जीवन की रीत है ।
प्यार पढ़ना उसकी कहीं जीत है।
जिंदगी उतार-चढ़ाव भरा संगीत है।
कभी तन्मयता कभी आत्मीयता भरी,
जिंदगी प्रेम प्रीत की राह पर चली।
जिंदगी यहां खुशी और गम का ना हिसाब है,
जिंदगी उतार-चढ़ाव भरा गीत है।
कभी सच कभी छलावा है जिंदगी,
प्रीत सच या दिखावा है जिंदगी।
जिंदगी गुनगुनाता गीत है ,
या आंखों से बह रहा नीर भरा संगीत है।
भाव अपने किससे कहे यह दिल,
जिंदगी उतार चढ़ा भरा गीत है।
यह जिंदगी कर्म पथ का नाम है जिंदगी,
आगे बढ़ थाम लो पतवार जिंदगी।
मझधार में छोड़ दो तो डूबी नाव है,
उतार-चढ़ाव भरा गीत है जिंदगी,
बस आना-जाना प्रभु के हाथ है ।
जिंदगी मुस्कुराते हंसते हंसाते,
आगे बढ़ना है जिंदगी।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
Asif
11-Jun-2023 08:36 AM
बेहतरीन और प्रेरित करती हुई रचना
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Punam verma
11-Jun-2023 08:13 AM
Very nice
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Abhinav ji
11-Jun-2023 12:37 AM
Very nice 👍
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